CONDUCTOR
जिसमें किसी भी धातु में करंट आसानी से पास होता है उसे कंडक्टर कहते हैं.
PROPERTY OF CONDUCTOR-
इनका SPECIFIC रेजिस्टेंस कम होता है..
इनका यांत्रिक शक्ति अधिक होना चाहिए.
इन्हें खीचकर या पीटकर वायर बना सकते हैं.
इनका REGISTANCE TEMPRETURE बढ़ने पर बढ़ता है.
CONDUCTOR 3 प्रकार के होते हैं- 1. GOOD CONDUCTOR- जिस CONDUCTOR में करंट आसानी से पास होता है उसे गुड कंडक्टर कहते हैं. जैसे-COPPER,GOLD, ACID SOLUTION, इत्यादि!
2.BAD CONDUCTOR- जिस कंडक्टर में करंट पास नहीं होता है उसे BAD कंडक्टर कहते हैं. जैसे- रबर, प्लास्टिक इत्यादि!
3.SEMI CONDUCTOR- इस कंडक्टर में करंट रुक-रुक कर पास होता है,ये जीरो TEMPRETURE में इंसुलेटर का काम करता है और रूम TEMPRETURE में कंडक्टर का करता है! सिलिकॉन इसका बेहतर उदहारण है!
•Loop Resistance of Line- लाइन जितनी लम्बी होगी,जॉइंट जितना ज्यादा होगा और कंडक्टर जितना पतला होगा resistance उतना ज्यादा होगा!
•Leakage-leakage कंडक्टर के इंसुलेशन पर निर्भर करता है! केबल ज्यादा समय तक पानी,नमी में ज्यादा समय तक रहने से insulatation कमजोर हो जाता है और टूटना शुरू हो जाता है!
•Inductance- लाइनों के उपर से पॉवर लाइन जाने पर लाइन में magnetic line of force उत्पन्न हो जाता है!
•Capacitance- कंडक्टर के अलग-अलग होने से efficiency लाइन को Improve करता है,जिससे लाइन का capacitance बढ़ जाता है!